Thursday, May 15, 2008

कौन छोटा कौन बड़ा

एक आदमी था वो बहुत ही छोटे कद का था लोग उसे छोटू छोटू बोलते थे साब उसकी लम्बाई का मजाक उड़ा थे एक दिन कुछ ऐसा हुआ की वो एक बहुत ऊँचे पहाड़ पर चढ़ गया फिर वो क्या देखता है की सब कुछ बहुत छोटे छोटे नजर आ रहे हैं । फिर उस ने सोंचा की कौन छोटा कौन बड़ा
(~मुकुल)

1 comment:

Surakh said...

बहुत अच्छा
ऐसे ही लेख की जरूरत है।

About Me

मैं एक ऐसा व्यक्ति हूँ जो सोचता बहुत हूँ पर करता कुछ भी नहीं हूँ. इस से अच्छा मेरा परिचय कुछ भी नहीं हो सकता है मैं खयालों की दुनिया में जीने वाला इन्सान हूँ . सच्चाई के पास रह कर भी दूर रहने की कोशिश करता हूँ अगर सच्चाई के पास रहूँगा तो शायद चैन से नहीं रह पाउँगा पर हर घड़ी सत्य की तलाश भी करता रहता हूँ . शायद आप को मेरी बातें विरोधाभाषी लग रही होगी पर सच्चाई यही हैं.. ये बात सिर्फ मुझ पर हीं नहीं लागू होती है शायद हम में से ज्यादातर लोगों पर लागू होती है. मैं तो गांव में पला -बढा ,शहर की बारीकियों से अनजान इक गंवई इन्सान हूँ जिसे ज्यादातर शहर के तौर तरीके पता नहीं हैं.